राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो, हरियाणा के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरनाथ कश्यप के नेतृत्व में अंबाला मंडल के पदाधिकारियों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली छात्रों में दृष्टिदोष कम करने तथा जिला को दृष्टिदोष मुक्त करने के उद्देश्य से जिला अंबाला के महाराजा अग्रसेन सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल, साउंडा, अंबाला में भारत सरकार के राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम एवं हरियाणा सरकार के उज्जवल दृष्टि अभियान के तहत आंखों का चेकअप कैंप लगाया गया। संजीवनी आई एंड मेडिकेयर सेंटर, मॉडल टाउन, अंबाला के योग्य नेत्र तकनीशियन द्वारा स्कूल के 155 छात्रों एवं अध्यापकों की आंखों का चेकअप किया गया, जिसमें 25 बच्चों की आंखों में दृष्टिदोष पाया गया और 10 बच्चों को फ्री चश्मे प्रदान किए गए। स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. के. एल. सूरी, वाइस प्रिंसिपल पूजा माकन, कोऑर्डिनेटर गुरजीत कौर एवं उनके स्टाफ द्वारा बच्चों की आंखों के चेकअप में सहयोग प्रदान किया गया। सर्वहित स्वास्थ्य समिति, अंबाला के प्रधान योगेश शर्मा, एवं NHRCCB अंबाला मंडल के संरक्षक, हरियाणा प्रदेश NHRCCB के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरनाथ कश्यप एवं महासचिव सर्वहित स्वास्थ्य समिति, अंबाला, सक्रिय सदस्य NHRCCB पूजा कपूर ने बच्चों के आंखों के चेकअप में पंजीकरण कर सहयोग प्रदान किया।
ग्राम पंचायत पीथमपुर में राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो और ग्राम पंचायत पीथमपुर के संयुक्त तत्वावधान में वरिष्ठ नागरिक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ग्राम के 25 वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व्यास कश्यप (विधायक जांजगीर-चांपा) रहे। अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. जतिन्दर पाल सिंह (प्रदेशाध्यक्ष NHRCCB), अमोलक सिंह छाबड़ा (प्रदेश सलाहकार), कपिलनाथ साहू (प्रदेश संरक्षक), दिलीप साहू (प्रदेश संरक्षक), श्रीमति मंजूषा पाटले (समाज सेविका) और कैलाश कश्यप (पत्रकार) उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में विष्णु अवतार कश्यप (बिलासपुर संभाग अध्यक्ष), कुलवंत सिंह जम्बल (बिलासपुर संभाग उपाध्यक्ष), ललित कुमार बरेठ (महासचिव), (संभाग संरक्षक), महेन्द्र कुमार कश्यप (संभाग संरक्षक), राजेश कुमार सोनी (संभाग संरक्षक), रमेश कुमार सोनी (जिलाध्यक्ष जांजगीर चाम्पा ) लाभो कुमार सूर्या (जिलाअध्यक्ष सारंगढ़ बिलाईगढ़)कौशल कश्यप (अतिसक्रिय सदस्य)और उदय कुमार पटेल (ब्लॉक अध्यक्ष बलोदा) शामिल हुए।कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलवंत सिंह जम्बल और कुमार यादव (उपसरपंच ग्राम पंचायत पीथमपुर) ने की।इस अवसर पर वक्ताओं ने ग्रामीणों को मानवाधिकारों की जानकारी दी और कहा कि संगठन हर समय जनता की समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर है। मुख्य अतिथि व्यास कश्यप ने कहा कि ग्राम विकास के लिए उपसरपंच कुमार यादव सदैव तत्पर रहते हैं, इसलिए गांव के सभी लोग उनका सहयोग करें ताकि गांव विकास की ओर आगे बढ़ सके। समाज सेविका श्री मति मंजूषा पाटले ने नारी शक्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नारी अपनी शक्ति को पहचाने और अपने अधिकारों के लिए आगे आए। वहीं प्रदेशाध्यक्ष डॉ. जतिन्दर पाल सिंह ने कहा कि संगठन मानव से जुड़े अपराधों की समस्याओं के समाधान के लिए सदैव सक्रिय है और हर स्थिति में जनता के साथ खड़ा रहेगा।कार्यक्रम का संचालन विजय यादव (संभाग संयुक्त सचिव )ने किया। समारोह में ग्रामीणों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।
नेशनल ह्यूमन राइट्स एंड क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रणधीर कुमार ने यूनाइटेड नेशन्स हाई कमिश्नर ऑफ रिफ्यूजी,ऑस्ट्रेलियन एंबेसी, आयरलैंड एंबेसी वियतनाम के तत्वाधान में हनोई, वियतनाम में 3 से 5 अक्टूबर 2025 तक आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस सम्मेलन में पूरे विश्व के 150 प्रतिनिधि ,लगभग 60 देशों से भाग लिया । वियतनाम में विभिन्न देशों के 8 राजदूतों एवं काउन्सलर ने भाग लिया एवं विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किया । इस सम्मेलन में विभिन्न देशों के प्रतिनिधि यूनिसेफ , यूनिस्को, वर्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन, यूनाइटेड नेशन वीमन, यूनाइटेड पॉपुलेशन फण्ड , वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम जैसे प्रमुख संगठनों का प्रतिनिधिव किया । डॉ. रणधीर कुमार ने यूनाइटेड नेशंस एजुकेशन, साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन (यूनिस्को) भारत का प्रतिनिधित्व। यूनेस्को परिषद् में भारत समेत 23 देशों ने प्रतिनिधियों ने अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। जिसमें प्रमुख रूप ग्रामीण एवं पिछड़े इलाकों में शिक्षा प्रदान करने मे तकनीकी का योगदान, डिजिटल शिक्षा, परंपरागत शिक्षा एवं शिक्षा मे आमूल-चूल परिवर्तन पर विस्तृत चर्चा हुई। यूनेस्को परिषद मे भारत के प्रतिनिधि के रूप में डॉ रणधीर ने इस सम्मेलन में " शिक्षा ,भारतीय ज्ञान प्रणाली, भारतीय पिछड़ेपन की रोकथाम, संस्कृति एवं कला के क्षेत्र में यूनेस्को की प्रासंगिकता पर स्थिति पत्र/ शोध पत्र प्रस्तुत किया । डॉ रणधीर ने भारत की शिक्षा व्यवस्था, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, भारतीय ज्ञान परम्परा पर विस्तृत प्रकाश डाला। ग्रामीण इलाके मे डिजिटल शिक्षा पर सरकार के प्रयास की जानकारी दिया एवं शिक्षा मे आमूल-चूल परिवर्तन हेतु सभी अंतर्राष्ट्रीय देश के साथियों से सहयोग की आग्रह किया। सम्पूर्ण विश्व मे बढ़ते मानवाधिकार हनन पर चिंता जाहिर करते हुए संयुक्त राष्ट्र से इस पर व्यापक पहल करते हुए पूरे विश्व के माध्यमिक शिक्षा पाठयक्रम मे शामिल करने का अपील किया। डॉ. रणधीर ने इस सम्मलेन में यूनेस्को से आदिवासी विरासत, संस्कृति एवं प्राचीन शिक्षा पद्धति, आदिवासी रहन- सहन , प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धति को यूनेस्को के पहचान, भारत के विलुप्त होते विरासत अशोका, मगध,मौर्य शिवाजी महाराज जैसे दर्जनों विरासत को पुनरुत्थान की अपील किया। ऐसे विरासत को पुनर्जागृत कर भारतीय विरासत को मजबूत करने की अपील किया। ज्ञात हो बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ रणधीर कुमार गिरिडीह जिला के नईटाँड निवासी पूर्व प्रधानाध्यापक, +2 उच्च विधालय जनता जरीडीह ,श्री दिनेश्वर वर्मा के पौत्र एवं उच्च विद्यालय बड्डीहा के शिक्षक श्री दीनदयाल प्रसाद के पुत्र है । इन्होंने अंग्रेजी साहित्य में पी एच डी की उपाधि प्राप्त की है। झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय, आईआईएम रांची , लंदन स्कूल ऑफ़ बिज़नेस एडमिस्ट्रेशन जैसे प्रमुख संस्थानों से शिक्षा ग्रहण की है। बहुत ही कम उम्र में शिक्षा एवं समाज कल्याण के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु कई राज्य , राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सम्मान प्राप्त हो चुके है । अपने शिक्षा के साथ -साथ , महज़ 21- 23 वर्ष के उम्र में डॉ. रणधीर को आदिवासी पिछड़े इलाके में शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान हेतु यंग इंडिया फेलोशिप, झारखंड नागरिक सम्मान2016, राष्ट्रीय शिक्षा सम्मान 2017, मानद डॉक्टरेट 2018,झारखंड रत्न सम्मान 2019, झारखंड श्री सम्मान समेत अनेक पुरस्कारों से नवाज़े जा चुके हैं। डॉ. रणधीर के द्वारा आठ पुस्तकों का लेखन , पत्रिका एवं अख़बार का संपादन किया जा चुका है। डॉ. रणधीर ने 100 से अधिक नेशनल एवं इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में भाग ले चुके है जिसमे अपना शोध पत्र भी प्रस्तुत किया है । शिक्षा, युवा नेतृत्व , मानवाधिकार जैसे विषयों पर कई अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन कर चुके है । डॉ रणधीर कुमार के द्वारा कई शैक्षणिक एवं सामाजिक संस्थाओं का स्थापना किया जा चुका है जिसमे नमन इंटरनेशनल फाउंडेशन ,एन एच आर सी सी बी एवं अन्य है। डॉ रणधीर कई महत्वपूर्ण संस्था मे बतौर सलाहकार एवं बोर्ड मेम्बर जुड़े है। देश के कई विश्विद्यालय, आयोग एवं संस्थाओं में बतौर वक्ता या गेस्ट फैकल्टी आमंत्रित किए जाते है। वर्तमान में डॉ. रणधीर झारखंड के महत्पूर्ण सरकारी संस्थान में अपनी सेवा दे रहे है । बतौर चेयरमैन , एन एच आर सी सी बी , डॉ रणधीर कुमार सम्पूर्ण भारत में मानवाधिकार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है । इनके कुशल नेतृत्व में समाज के निचले पायदान पर खड़े शोषितों वंचित एवं कमजोर वर्ग के अधिकारो की रक्षा हेतु हज़ारों सदस्य कर कार्य रही है । डॉ. रणधीर ने इस उपलब्धि हेतु अपने प्रेरणा स्रोत दादा जी श्री दिनेश्वर वर्मा (पूर्व प्रधानाध्यापक, +2 उच्च विधालय जनता जरीडीह ), दादी माँ स्मृति शेष श्रीमती सावित्री देवी , पिता श्री दीनदयाल प्रसाद ( शिक्षक उच्च विधालय बद्दीहा) माता सावित्री देवी ( निदेशक - नमन इंटरनेशनल फाउंडेशन) चाचा श्री बिनोद कुमार ( प्रभारी प्राचार्य +2 उच्च विद्यालय दुम्मा) श्री विकास कुमार ( शिक्षक उच्च विद्यालय कबरियाबेड़ा, गिरिडीह ) डॉ. सुरेश वर्मा ( डिप्टी कमांडेंट ,गृह मंत्रालय भारत सरकार ) पत्नी सुजाता वर्मा , भाई संदीप वर्मा (समन्वयक - नमन इंटरनेशनल स्कूल रेम्बा) एवं समस्त परिवाजनों , गुरुजनों एवं एन एच आर सी सी बी के समस्त साथियों का आभार व्यक्त किया है
पटना, 21 सितम्बर 2025 – नेशनल ह्यूमन राइट्स एंड क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (NHRCCB) के तत्वावधान में पटना के होटल चाणक्य में बिहार राज्य मानवाधिकार अधिवेशन-2025 का आयोजन हुआ। सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक चले इस ऐतिहासिक अधिवेशन में बिहार के विभिन्न जिले सहित देश के कई राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मानवाधिकारों की रक्षा, अपराध और अन्याय के खिलाफ जन-जागरूकता तथा समाज के अंतिम व्यक्ति तक समानता और न्याय पहुँचाना था। अधिवेशन का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जो ज्ञान, ऊर्जा और आशा का प्रतीक है। इसके उपरांत अधिवेशन की स्मारिका (सोवेनियर) का लोकार्पण मुख्य अतिथि डॉ रणधीर कुमार, सहित अन्य अतिथियों एवं प्रदेश अध्यक्ष द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। यह स्मृतिका संगठन के कार्यों, उपलब्धियों और आगामी लक्ष्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत करती है। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. रणधीर कुमार (राष्ट्रीय अध्यक्ष, NHRCCB) ने अपने उद्बोधन में कहा कि मानवाधिकार कोई आयातित विचार नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा में निहित है। उन्होंने पाटलिपुत्र की ऐतिहासिक धरोहर का उल्लेख करते हुए कहा कि यही भूमि हमें अहिंसा और न्याय का संदेश देती है। “हमें दीप से दीप जलाना है और समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय और सम्मान पहुँचाना है,” उनके इन शब्दों ने अधिवेशन को नई ऊर्जा और दिशा दी। विशेष अतिथि श्री प्रभात मिश्रा (राष्ट्रीय समन्वयक, NHRCCB) ने टीम भावना और व्यक्तिगत योगदान पर बल दिया। उन्होंने कहा कि “मानवाधिकार केवल अधिकार नहीं, बल्कि कर्तव्य भी है। यदि हर सदस्य प्रतिमाह एक सामाजिक कार्य करने का संकल्प ले, तो छोटे-छोटे प्रयास मिलकर समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। बिहार जैसे राज्य में गरीबी, असमानता और नशाखोरी जैसी चुनौतियाँ अधिक हैं, इसलिए यह आंदोलन यहाँ से शुरू होकर पूरे भारत के लिए प्रेरणा बन सकता है।” तेलंगाना से आए विशेष अतिथि श्री सुरेश सिंह (प्रदेश अध्यक्ष, तेलंगाना) ने अपने संबोधन में कहा कि “मानवाधिकारों की रक्षा के लिए राज्यों के बीच सहयोग और अनुभवों का आदान-प्रदान बेहद ज़रूरी है। बिहार अधिवेशन ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब विभिन्न प्रदेशों के प्रतिनिधि एक मंच पर आते हैं, तो संकल्प और कार्ययोजना को असाधारण गति मिलती है।” इस अवसर पर अधिवेशन संयोजक और बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री शंभूनाथ झा ने कहा कि बिहार में असमानता, गरीबी और जातीय भेदभाव जैसी चुनौतियाँ अन्य राज्यों की तुलना में अधिक हैं। ऐसे में यहाँ मानवाधिकार चेतना को मजबूत करना अत्यंत कठिन कार्य है, लेकिन सबके सहयोग से यह संभव हो रहा है। कार्यक्रम के दौरान समाजसेवा और मानवाधिकार क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कई व्यक्तित्वों को सम्मानित भी किया गया। NHRCCB Bihar Pride Award 2025 से सृष्टि सौम्या और पूजा कुमारी को सम्मानित किया गया। NHRCCB Bihar Leadership Award 2025 से अजीत कुमार झा, डॉ. गगनदीप, रवि रंजन, कनहैया सिंह, राजा रॉकी, त्रिभुवन ठाकुर, सदानंद प्रसाद सिंह, मणिभूषण ठाकुर, आदित्य कुमार, संतोष कुमार राय और सुषांत कुमार को सम्मानित किया गया। NHRCCB Bihar Human Rights Award 2025 शंभूनाथ झा, अमित कुमार झा और कुमारी आकांक्षा शर्मा को प्रदान किया गया। जबकि NHRCCB Bihar Special Award 2025 किशलय रंजन और सुरेश सिंह राजपुरोहित को दिया गया। अधिवेशन में विभिन्न विषय पर बल दिया गया जैसे कि —जिले एवं प्रखंड स्तर पर सक्रिय टीमें बनाना, प्रत्येक सदस्य का प्रतिमाह एक सामाजिक कार्य करना, बिहार को नशामुक्त बनाने के लिए अभियान चलाना, युवाओं और छात्रों को जोड़ना, अपराध व अन्याय के खिलाफ ठोस आंदोलन खड़ा करना, और दीर्घकालिक रूप से NHRCCB की विचारधारा को प्रदेश के हर जिले और ब्लॉक तक फैलाना। समापन सत्र में सभी प्रतिनिधियों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि वे ऐसा समाज बनाने में अपना योगदान देंगे, जहाँ हर नागरिक सुरक्षित, सम्मानित और सशक्त महसूस करे। अंत में राष्ट्रीय गान के साथ अधिवेशन का समापन हुआ।
राष्ट्रीय नेत्रदान महादान पखवाड़ा 25 अगस्त से 8 सितंबर तक हर साल मनाया जाता है। इसी पुण्य कल्याण कार्य के लिए NHRCCB अंबाला से मंडल पदाधिकारियों रोशन लाल कश्यप वाइस प्रेसिडेंट योगेश शर्मा,मंडल अंबाला संरक्षण , ओम प्रकाश शर्मा, मंडल महासचिव पूजा कपूर,संजय चौधरी ,संदीप , एवं राज्य उपाध्यक्ष हरियाणा प्रदेश *अमरनाथ कश्यप द्वारा सर्वहित स्वास्थय समिति अंबाला के साथ संजीवनी आई एंड मेडिकेयर सैंटर अंबाला के साथ पखवाड़ा के पांचवें दिन अंबाला के लेबर चौक पर श्रमिकों एवं आम लोगों को पंपलेट वितरित कर मृत्यु उपरांत अपनी आंखें दान करने बारे जागरूक किया गया नेत्रदान के लिए कोई उम्र सीमा नहीं होती,किसी भी उम्र का व्यक्ति अपनी आंखें दान कर सकता है। एक व्यक्ति द्वारा दान की गई आंखे 2 या 2से ज्यादा सफेद पुतली से हुई विहीनता के व्यक्तियों को ज्योति प्रदान कर सकती है
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो, इंदौर टीम द्वारा इंदौर में स्थित महाराजा यशवंतराव हॉस्पिटल (एम वाय) हॉस्पिटल के सहारा वार्ड में दूध, बिस्किट्स,फ्रूट्स आदि खाता सामग्री के रूप में सेवा गतिविधि आयोजित की गई। सहारा वार्ड में उन लोगों का इलाज किया जाता है, जिनका इस दुनिया में कोई नहीं है । इस अवसर पर एन.एच.आर. सी.सी.बी. की राष्ट्रीय सचिव श्रीमती प्रीति कानूनगो, प्रदेश सचिव (अतिरिक्त प्रभार राष्ट्रीय सचिव) सुश्री अमृता सिंह, इंदौर जिला के कार्यकारी अध्यक्ष श्री नंदकिशोर इंगले, उपाध्यक्ष श्री सुमित वर्मा सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे। टीम ने मरीजों से संवाद कर उन्हें सहयोग एवं प्रेरणा प्रदान की तथा समाज में सेवा और मानवीय मूल्यों के महत्व को रेखांकित किया।
एनएचआरसीसीबी (NHRCCB) दिल्ली प्रदेश की ओर से स्वतंत्रता दिवस का भव्य आयोजन बड़े हर्षोल्लास और देशभक्ति के साथ संपन्न हुआ। दिल्ली प्रदेश एनएचआरसीसीबी के अध्यक्ष श्री अभिरंजन कुमार जी के नेतृत्व में ध्वजारोहण किया गया, और राष्ट्रगान की गूँज व तिरंगे की शान से पूरा माहौल देशभक्ति के रंग में रंग गया। इस अवसर पर विशेष रूप से श्री गिरीश चंद्र जी (राष्ट्रीय महासचिव), श्री अभिरंजन कुमार जी (दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष), श्री शिवनाथ ठाकुर जी (दिल्ली प्रदेश सचिव), श्री गोपाल जी (ज़िला महासचिव), श्री प्रवीण जी (विधि सलाहकार), श्री शेर सिंह जी (दिल्ली प्रदेश महासचिव, एनएचआरसीसीबी), राजनीति की पाठशाला के अध्यक्ष एवं संस्थापक डॉ. जे. पांडे जी, राजनीति की पाठशाला के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री हरीश भारद्वाज जी, तथा दिल्ली प्रदेश राजनीति की पाठशाला के महासचिव श्री अनिल कुमार जी सहित कई अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने देशभक्ति के नारों के साथ यह संकल्प लिया कि हम देश की एकता, अखंडता और प्रगति में अपना योगदान निरंतर देते रहेंगे। सभी के उत्साह और सहयोग से यह आयोजन सचमुच अविस्मरणीय बन गया।
NHRCCB के प्रति समर्पण ,मानवाधिकार के प्रचार- प्रसार एवं रोकथाम हेतु सच्ची निष्ठा पूर्वक सेवा हेतु समर्पित माननीय प्रदेश अध्यक्ष, मध्यप्रदेश स्मृतिशेष श्री प्रेम नारायण आर्य जी के सम्मान में संस्था के द्वारा इनके नाम पर एक प्रदेश स्तरीय सम्मान की घोषणा की जाती है : सम्मान का नाम : *प्रेम नारायण आर्य मानवाधिकार सम्मान * • यह सम्मान हर वर्ष मध्यप्रदेश के किसी एक सक्रिय मानवधिकार कार्यकर्ता (NHRCCB सदस्य / पदाधिकारी ) को प्रदान की जायेगी , जिनका योगदान मानवाधिकार के प्रचार प्रसार एवं संरक्षण में श्रेष्ठ हो । • यह सम्मान राष्ट्रीय / राज्य स्तरीय सम्मलेन में प्रदान की जायेगी । • सम्मान प्राप्त करने वाले को सम्मान पत्र , अवार्ड एवं अन्य सामग्री के साथ 2100/- रूपये की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी । (नोट - अवार्ड चयन प्रक्रिया एवं मुलभुत सुधार में प्रकाशित की जायेगी ।)
National Human Rights and Crime Control Bureau Telangana State Vice President, Mohid Khan raised different issues related to Child Rights in front of District Transport Officer and submitted a memorandum for quick action. Private school buses are running school buses indiscriminately, exceeding the seating capacity. ✍️ *This can lead to accidents. ✍️ *There are examples of incidents that happened in the past in Manvi in Karnataka and Medak in Telangana. ✍️ *To prevent them from recurring Special attention should be paid to buses, those without fitness and heavy licence Action was requested against those driving against the rules. The district transport department officer responded immediately and said that a special drive would be issued.
[नई दिल्ली, 14 जून 2025] – राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो (एनएचआरसीसीबी) द्वारा "भारतीय पुलिस अधिनियम 2007" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का सफल आयोजन किया गया। यह वेबिनार 14 जून 2025 को शाम 07:10 बजे से 08:00 बजे तक आयोजित हुआ। वेबिनार की अध्यक्षता माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रणधीर कुमार ने की। मुख्य अतिथि के रूप में श्री संतोष कुमार कानू, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव उपस्थित रहे। कार्यक्रम में श्री महावीर पारीक, संस्थापक - लीगल एंबिट, और श्री प्रभात कुमार, राष्ट्रीय समन्वयक - एनएचआरसीसीबी, ने मुख्य वक्ता की भूमिका निभाई। मुख्य वक्ता श्री पारीक ने भारतीय पुलिस अधिनियम 2007 की पृष्ठभूमि, उद्देश्य और उसमें किए गए प्रमुख सुधारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अधिनियम के तहत पुलिस शिकायत प्राधिकरणों की स्थापना तथा पुलिस अधिकारियों के लिए अनिवार्य प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे कई सुधार किए गए हैं, जिनका उद्देश्य पुलिस बल को अधिक जवाबदेह और नागरिकों के प्रति संवेदनशील बनाना है। उन्होंने कम्युनिटी लाइजन ग्रुप (CLG) की भूमिका पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा कि यह समूह पुलिस और समुदाय के बीच सेतु का कार्य करता है। योग्य NHRCCB सदस्य इन समूहों के माध्यम से न केवल जागरूकता हेतु कार्य कर सकते हैं हैं, बल्कि विवादों के समाधान और पुलिस पहलों के समर्थन में भी सक्रिय योगदान देते हैं। माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रणधीर कुमार ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि वेबिनार के माध्यम से भारतीय पुलिस अधिनियम 2007 की शक्ति, दायित्व और नागरिक अधिकारों की सुरक्षा से संबंधित प्रावधानों की गहन समझ प्रदान हुई। उन्होंने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इससे नागरिकों में अपने अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ती है और शासन में पारदर्शिता को बल मिलता है। उन्होंने एनएचआरसीसीबी की इस पहल को महत्वपूर्ण कदम बताते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता का आश्वासन दिया। मुख्य अतिथि श्री संतोष कुमार कानू ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि यह वेबिनार उन सभी लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी है जो पुलिस व्यवस्था में सुधार और मानवाधिकारों की रक्षा में रुचि रखते हैं। --- मुख्य आकर्षण: - भारतीय पुलिस अधिनियम 2007 पर गहन चर्चा - वक्ताओं से विशेषज्ञ जानकारी - इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तरी सत्र
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